मुझे चित्रकारी का बहुत शौक़ है...काम से जब भी वक़्त मिलता है तो काग़ज़ पर लकीरें खींचा शुरू कर देता हूं... और मेरी कल्पना फिर किसी न किसी चित्र के रूप में सामने आ जाती है...
वो मेरे महबूब हैं
-
महबूब... महबूब और इश्क़... इश्क़ और इबादत... इबादत और ख़ुदा... आसमान के काग़ज़
पर चांदनी की रौशनाई से महबूब का तअरुफ़ लिखने बैठें, तो कायनात की हर शय छोटी
प...
उमरपुरा के सिख भाइयों ने बनवाई मस्जिद
-
*डॉ. फ़िरदौस ख़ान *
हमारे प्यारे हिन्दुस्तान की सौंधी मिट्टी में आज भी मुहब्बत की महक बरक़रार
है. इसलिए यहां के बाशिन्दे वक़्त-दर-वक़्त इंसानियत, प्रेम और भाई...
میرے محبوب
-
بزرگروں سے سناہے کہ شاعروں کی بخشش نہیں ہوتی وجہ، وہ اپنے محبوب کو
خدا بنا دیتے ہیں اور اسلام میں اللہ کے برابر کسی کو رکھنا شِرک یعنی ایسا
گناہ مانا جات...
राहे-हक़ की राह दिखा रही हैं बहन फ़िरदौस ख़ान
-
*-अख़्तर ख़ान अकेला*
जी, हां फ़िलहाल फ़िरदौस ख़ान क़ुरआन करीम का आम फ़हम ज़ुबान में तर्जुमा कर रही
हैं, ताकि ज़्यादा से ज़्यादा लोग क़ुरआन को पढ़ सकें, समझ सकें और उ...
Memories
-
Some of the memories
are reserved for those nice moments ...
when on the earth
the carpet of moonlight spreads all around
where the flowers with thei...
गुलाब से महकी बगिया
-
*गुलाब*
गुलाब एक बहुवर्षीय, झाड़ीदार, पुष्पीय पौधा है। इसकी 100 से अधिक जातियां हैं
जिनमें से अधिकांश एशियाइ मूल की हैं। जबकि कुछ जातियों के मूल प्रदेश यूर...